कर्नल बीएस संधू के खिलाफ दायर किया गया मामले की जाँच करने पहुंचे माइनिंग एसडीओ दविन्द्र सिंह।
कर्नल बीएस संधू के खिलाफ दायर किया गया मामले की जाँच करने पहुंचे माइनिंग एसडीओ दविन्द्र सिंह ।
जे के बत्ता नयागांव मोहाली
वन विभाग को सूचना मिली थी कि डब्लयू डब्ल्यू आई सी एस के मालिक कर्नल बीएस संधू, दविंदर सिंह संधू और उनके कर्मचारी तरसेम सिंह फौजी ने फेयरहैवन्स फार्म्स के नाम से एक फार्महाउस को काट दिया था और नयागांव की शिवालिक की पहाडियो मे स्थित गांव मसोल की मुश्तरका के जंगल में सड़क बनाने के लिए बहुत सारी माशीनो के साथ जंगल के प्रकृतिक पेडों की कटाई करके खनन भी किया जा रहा है। जिस पर वन विभाग के रेंज अधिकारी रणजोध सिंह द्वारा नयागांव थाना मे शिकायत दी गई थी । जिसमें बताया था कि वन्य जीवन एवं पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया गया है और खनन भी किया गया है । इसलिए वन परिक्षेत्र अधिकारी ने उनके खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972, पर्यावरण अधिनियम 1986 और खनन एवं खनिज अधिनियम के तहत प्राथमिकी बढ़ाने और एफआईआर में बी एस संधू के बेटे दविंदर सिंह संधू का नाम दर्ज करने के लिए लिखा था। जिसकी जाँच करने खनन विभाग के एसडीओ दविन्द्र सिंह,पुलिस नयागांव के एस आई रामेश्वर दास सहित सारी टीम उनके फेयरहैवन्स फार्म्स में पहुंचे थे । जिसकी जाँच के बाद दविन्द्र सिंह ने बताया कि यहां ऐसा कुछ नही मिला जो अपत्तिजनक खनन या माईनिंग की गई है ।यह तो सिर्फ एक रास्ता है जो बनाया गया है । कर्नल बीएस संधू से बात करने पर उन्होने बताया कि हमने हरियाली को कायम रखने के पेड लगाने के लिये रास्ता बनाया है जिससे पानी देने के लिये पानी के टैंकरों को उपर तक जाने के लिये कोई बाधा ना हो । अब करोना काल में ऑक्सीजन की कमी हो रही थी जिससे लोगो को ऑक्सीजन के लिये बहुत जदो जहद करनी पडी थी । हमने उसी प्रोजैक्ट को पूरा करने के लिये हर्बल तथा ऑक्सीजन देने वाले पेड लगाने शुरू करने लगे है । शेष हमारा उध्देश्य जन सेवा है सिर्फ । हम कोई भी फार्म हाउस नही काट रहे और ना ही को कलोनी काटने का कोई और इरादा है । हमने प्रकृतिक के साथ ना कभी कोई छेड-छाड की है तथा नाही कभी करेंगे ।